10. North Atlantic Sea Route (उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग)
10. North Atlantic Sea Route
(उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग)
परिचय
व्यापार के लिए समुद्री मार्ग आज से नहीं बल्कि प्राचीन काल से ही प्रयोग होते आया है क्योंकि इसमें सड़क मार्ग तथा रेल मार्ग की तरह मार्ग बनाने का खर्च नहीं के बराबर होता है। हालांकि समुद्री मार्ग में समय ज्यादा लगता है लेकिन आजकल प्रशीतक कक्ष, विशेष प्रकार के जहाज जो पूर्णतया या अंशतः वातानुकूलित होते हैं, जिसकी व्यवस्था होने के बाद शीघ्र खराब होने वाले सामानों का परिवहन भी समुद्री मार्ग से संभव हो गए हैं।
आधुनिक सामुद्रिक जहाज रडार, वायरलेस तथा अन्य सुविधाओं और उपकरणों से सुसज्जित होते हैं। मौसम खराब होने तथा तूफान आने की स्थिति में भी सुरक्षित रहते हैं। इसलिए समुद्री परिवहन का महत्व काफी बढ़ गया है।
उत्तर अटलांटिक समुद्री मार्ग
यह मार्ग औद्योगिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दो विकसित प्रदेशों अर्थात् उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप को मिलाता है। विश्व का लगभग एक चौथाई विदेशी व्यापार इसी मार्ग द्वारा होता है। इसलिए यह विश्व का व्यस्ततम व्यापारिक जलमार्ग कहलाता है।
दूसरे शब्दों में इसे वृहद ट्रंक मार्ग (Big Trunk Route) भी कहा जाता है। उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग के दोनों ओर के भाग कोयला, पेट्रोलियम आदि की पर्याप्त सुविधाओं से सुसज्जित है। दोनों तरफ के भाग पर काफी घने आबादी बसे हुए हैं साथ ही दोनों ओर के भाग उपजाऊ और उन्नत भी हैं। दोनों भागों तकनीकी ज्ञान और बेशुमार पूँजी की दृष्टि से बहुत ही विकसित हैं। अतः इस मार्ग का महत्व और भी बढ़ जाता है।
इस मार्ग पर प्रथम बार स्टिमर जलपोत 1938 ई० में शुरू हुआ था, तब से आज तक इस मार्ग का इतना विकास हुआ कि लगभग 300 कंपनियों के जलपोत इस मार्ग पर चलते हैं। इसी तरह संसार के 50 बड़े पोताश्रय में से लगभग आधे इसी मार्ग पर स्थित है।
उत्तरी अमेरिका की तरफ स्थित बंदरगाह:-
उत्तरी अमेरिका की तरफ स्थित प्रमुख बंदरगाह न्यूयॉर्क, बोस्टन, फिलाडेल्फिया, बाल्टीमोर, मॉट्रियल, क्यूबेक, हेलीफैक्स, सेंट लॉरेंस, झीलों के जल मार्ग, टोरंटो इत्यादि है।
पश्चिमी यूरोप की तरफ के बंदरगाह:-
पश्चिमी यूरोप की तरफ के बंदरगाह रॉटरडम, एंटवर्प, लंदन, साऊथैम्पटन, ग्लास्गो, लिवरपूल, मैनचेस्टर, ली हैवर, हैंबर्ग, गोटबोर्ड, कोपनहेगन, स्टॉकहोम, ओस्लो आदि है। इनकी पृष्ठभूमि में घनी आबादी बसी हुई है।
परिवहन की गई सामग्री:-
इस मार्ग पर उत्तरी अमेरिका तथा पश्चिमी यूरोप के बीच विभिन्न प्रकार के औद्योगिक व्यापारिक कच्चे माल और तैयार माल का परिवहन होता है।
उत्तरी अमेरिका की तरफ से पश्चिम यूरोप को भेजे जाने वाली प्रमुख सामग्री:-
उत्तरी अमेरिका की तरफ से पश्चिम यूरोप को भेजे जाने वाली प्रमुख सामाग्रियों में स्क्रैप लोहा, कपास, गेहूँ, मांस, फल, लुगदी, इमारती लकड़ी, मशीनरी, कृषि यंत्र, वैज्ञानिक उपकरण, मोटरकार तथा वस्त्र इत्यादि है। कनाडा से गेहूँ, मछली, नरम लकड़ी काष्ठ भंड, पारा, पोटाश, चांदी आदि पश्चिम यूरोप को भेजे जाने वाली प्रमुख सामग्री है।
पश्चिमी यूरोप से उत्तरी अमेरिका की ओर परिवहन की जाने वाली पमुख सामग्री:
पश्चिमी यूरोप से उत्तरी अमेरिका की ओर परिवहन की जाने वाली पमुख सामाग्रियों में कपड़ा, रसायन, मशीन, उर्वरक, इस्पात, शराब, कृषि उपकरण, लोहा, पत्थर आदि है।
जहाओं द्वारा ढोए गए माल में भारी विविधता देखने को मिलती है। जैसे:- निर्मित सामग्री, अर्द्ध परिष्कृत सामग्री, कच्चे माल और भोज्य पदार्थ शामिल होते हैं। उत्तरी अमेरिका से यूरोप जाने वाले माल का भार यूरोप से उत्तरी अमेरिका आने वाले माल से चौगुनी भारी होती है क्योंकि उत्तरी अमेरिका से गेहूँ, सोयाबीन, डेयरी के उत्पाद तथा अन्य भोज्य पदार्थों का विशाल भार होता है। इसके अलावा कोयला, पेट्रोलियम, धातुएँ, लकड़ी, चीनी, मांस, इस्पात स्क्रैप आदि यूरोप को आते हैं जबकि यूरोप से आने वाले जहाजों में निर्मित सामग्री और निम्न भार के उच्च मूल्य की वस्तुएं होती हैं।
अतः पश्चिम की ओर जाने वाले जहाजों में बहुत खाली स्थान पड़ा रहता है जिसको भरने के लिए जहाज बहुत सस्ते भाड़े पर भारी माल जैसे लोहा और इस्पात, इस्पात का सामान, चीनी मिट्टी और पत्थर तक भी यूरोप से भरकर ले जाते हैं।
वृहत वृत्त मार्ग (Great Circle Route) का अनुसरण
उत्तरी अटलांटिक मार्ग ग्रेट सर्किल रुट का अनुसरण करता है। उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तट बहुत हद तक बृहत मार्ग से मिलता-जुलता है। यद्यपि लैब्राडोर का प्रायदीप कुछ आगे की ओर निकला हुआ है। पश्चिमी यूरोप को जाने वाले जलपोत उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तट के सहारे चलते हैं। मध्य अमेरिका में कोलोन (पनामा) से चलने वाले और शिकागो से जाने वाले जलपोत मार्ग में मिल जाते हैं और एक ही मार्ग का अनुसरण करते हैं।
वृहत वृत्त मार्ग का शत-प्रतिशत अनुसरण नहीं किया जा सकता है जिसके निम्नलिखित कारण है-
➤ लैब्राडोर प्रायद्वीप बाहर की ओर निकला हुआ है।
➤ पत्तनो की आपेक्षिक स्थिति भिन्न है।
➤ गल्फ स्ट्रीम जैसे समुद्री जलधारा तथा लैब्राडोर जैसी ठंडी धारा के मिलने का फलस्वरुप कोहरा उत्पन्न होता है।
➤ ग्रैंड बैंक के निकट मार्ग में शैल भित्तियाँ और शोल्स आते हैं।
➤ उत्तरी कैरोलिना तक पर हट्टेरास अंतरीप के समीप बालू भित्तियाँ है।
➤ कभी-कभी ग्रीनलैंड के पश्चिमी तट से तैरते हुए हिम शिलाएं मार्ग में आ जाती हैं जिसके कारण प्रसिद्ध टाइटैनिक दुर्घटना इसी मार्ग पर हुई थी।
इतना ही नहीं शीत ऋतु में तूफानों के कारण जलपोतों को वृहद वृत्त मार्ग छोड़कर दक्षिण की ओर जाना पड़ता है। हालांकि एक अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षण दल इस मार्ग की मौसम रिपोर्ट का प्रत्येक चार-चार घंटों में प्रसारण करते हैं और हिमखंडों के मौसम में जहाज दक्षिण की ओर मुड़कर जाते हैं।
➤ पूर्व से पश्चिम को और पश्चिम से पूर्व को जाने वाले जलपोत के मार्ग एक-दूसरे से लगभग 100 किलोमीटर दूर है ताकि दो भिन्न दिशाओं से आने जाने वाले जहाज आपस में टकरा न जाएं।
निष्कर्ष:
इस प्रकार उत्तरी अटलांटिक व्यापारिक मार्ग विश्व का अति व्यस्ततम जलमार्ग है। इस मार्ग पर व्यापारिक और औद्योगिक मालों की ढुलाई के अतिरिक्त न्यूयॉर्क और साउथमटन तथा यूरोप के अन्य पत्तनों के बीच आधुनिक सुविधाओं से युक्त आरामदायक यात्री जहाजों के बेड़े भी नियमित रूप से चलते हैं।
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