इकाई 6. अध्याय 6 एशिया एक संक्षिप्त अध्ययन
इकाई 6. अध्याय 6 एशिया-एक संक्षिप्त अध्ययन
बिहार बोर्ड के 8वीं कक्षा का भूगोल विषय का सम्पूर्ण प्रश्नोत्तर
सरल एवं आसान शब्दों में उत्तर देना सीखें
I. बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
सही विकल्प को चुनें।
1. एशिया के पूर्व में है-
(क) प्रशांत महासागर
(ख) यूरोप
(ग) हिंद महासागर
(घ) लाल सागर
उत्तर – (क) प्रशांत महासागर
2. संसार की छत कहलाती है-
(क) तिब्बत का पठार
(ख) माउंट एवरेस्ट
(ग) पामीर का पठार
(घ) यूराल पर्वत माला
उत्तर – (ग) पामीर का पठार
3. एशिया के दक्षिणी भाग की जलवायु है-
(क) शीतोष्ण
(ख) उष्ण
(ग) मरुस्थलीय
(घ) विषुवतरेखीय
उत्तर – (ख) उष्ण
4. सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है-
(क) ब्रूनेई
(ख) ईरान
(ग) कंबोडिया
(घ) इंडोनेशिया
उत्तर – (घ) इंडोनेशिया
5. ह्वांगहो नदी घाटी सभ्यता विकसित हुई-
(क) चीन में
(ख) भारत में
(ग) ईरान-इराक में
(घ) मिस्र में
उत्तर – (क) चीन में
II. सही मिलान करें-
उत्तर
1. रेडियर – टुंड्रा प्रदेश
2. कोणधारी वृक्ष – टैगा
3. ठंडी जलधारा – क्यूराइल
4. त्योहारों का देश –फिलीपीन
5. घास का मैदान – स्टेपी
6. साइबेरिया – उत्तर एशिया
III. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें। (अधिकतम 50 शब्दों में)
1. एशिया महादेश की चौहद्दी लिखें।
उत्तर- एशिया महादेश की चौहद्दी – एशिया महादेश के पूरब में प्रशांत महासागर, पश्चिम में यूरोप और अफ्रीका महादेश तथा दक्षिण में हिन्द महासागर और उत्तर में आर्कटिक महासागर है।
2. एशिया को यूरोप से अलग करने वाले प्राकृतिक कारकों के नाम लिखें।
उत्तर- एशिया को यूरोप से अलग करने वाले प्राकृतिक कारकों के नाम- डारडानेलिस जलसंधि, बास्पोरस जलसंधि, मारमारा सागर, काला सागर, कैस्पियन सागर, यूराल नदी।
3. “सभ्यताओं का पलना” एशिया को क्यों कहा जाता है?
उत्तर- दजला-फुरात नदी घाटी में मेसोपोटामिया की सभ्यता (इराक), सिंधु नदी घाटी की सभ्यता (भारत, पाकिस्तान), हांगहो नदी घाटी सभ्यता (चीन) ये सभी प्राचीन सभ्यताएं एशिया महादेश में ही विकसित हुए थे। इतनी सारी सभ्यताओं का एक ही महादेश में उत्थान और पतन एक अभूतपूर्व घटना है, इसलिए एशिया को “सभ्यताओं का पलना’ कहा जाता है।
4. एशिया महादेश में कृषि निर्वहन का प्रमुख साधन है। कैसे?
उत्तर- एशिया महादेश में कृषि निर्वहन का प्रमुख साधन है क्योंकि यहाँ के कृषक समाज ने परम्परागत कृषि और आधुनिक कृषि के तरीकों को समन्वित रूप से अपनाया है। धान, गेंहूँ यहाँ की प्रमुख फसल है।
IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें। (अधिकतम 200 शब्दों में)
1. एशिया विविधताओं से भरा प्रदेश है। कैसे?
उत्तर- एशिया महादेश की जलवायु में काफी विविधता है। इसी महादेश में सर्वाधिक ठंडा प्रदेश और सर्वाधिक गर्म प्रदेश तो पड़ता ही है साथ ही सबसे आर्द्र और सबसे शुष्क क्षेत्र भी पाये जाते हैं। इस महादेश का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार बहुत अधिक है। अधिकांश स्थलीय भाग समुद्र तट से काफी दूर है। इसलिए महाद्वीपता की स्थिति पाई जाती है।
एशिया के उत्तरी भाग की जलवायु अत्यंत ठंडी है। रूस में स्थित बँरखोयासक का तापमान तो 90° तक पहुँच जाता है। सबसे गर्म प्रदेश मित्रावा, कुवैत एशिया में ही है, लेकिन दक्षिणी क्षेत्र की जलवायु खुशनुमा है। यहाँ अधिकांशतः गर्मी का मौसम रहता है। दक्षिण-पूर्व एशिया में मानसूनी जलवायु पायी जाती है। जबकि दक्षिण में भूमध्य रेखा के समीप विषुवतीय जलवायु पायी जाती है। सितम्बर में यहाँ भीषण तूफान चलते हैं, जिसे ‘टायफून’ कहते हैं।
2. एशिया महादेश की आबादी विशाल है। क्यों?
उत्तर- एशिया महादेश में विश्व की सर्वाधिक आबादी रहती है क्योंकि पृथ्वी के कुल स्थलीय भाग का लगभग 30% हिस्से पर एशिया महादेश का विस्तार है जबकि विश्व की आबादी की 60% जनसंख्या यहाँ निवास करती है। एशिया महादेश में सर्वाधिक जनसंख्या पाये जाने के कारण ही इसे ‘मानव का घर’ (Home of man) कहा जाता है। जीवन प्रत्याशा भी एशिया महादेश के जापान में ही सबसे अधिक पायी जाती है।
3. एशिया की सांस्कृतिक प्रदेशों के बारे में लिखिए।
उत्तर- विभिन्न धर्मावलंबी, दर्शन और सम्प्रदाय यहाँ की संस्कृति की विशेषता है। विश्व के सभी धर्मों की उत्पत्ति इसी महादेश की धरती से हुई है। हिन्दू-मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध मतावलंबियों की प्रमुखता, विश्व की प्राचीन सभ्यताओं का विकास इसी महादेश की नदी-घाटियों में हुआ है। दजला-फुरात नदी घाटी में मेसोपोटामिया की सभ्यता (इराक), सिंधु घाटी की सभ्यता (भारत, पाकिस्तान), हांगहो नदी घाटी सभ्यता (चीन) ये सभी एशिया महादेश में ही विकसित हुए। इतनी सारी सभ्यताओं का एक महादेश में उत्थान और पतन एक अभूतपूर्व घटना है इसलिए तो एशिया महादेश को “सभ्यताओं का पलना” कहा जाता है। इस महादेश को कई सांस्कृतिक प्रदेशों में बाँटा गया है-
(i) पूर्वी एशिया- इसके अंतर्गत, चीन, जापान, उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया जैसे महत्वपूर्ण देश है। ऐतिहासिक रूप से इस सम्पूर्ण इलाके में चीन का प्रभाव रहा है। यहाँ बौद्ध धर्म और माओवाद की प्रभुता है।
(ii) दक्षिण एशिया- इस क्षेत्र के प्रमुख देश भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान एवं श्रीलंका है। यहाँ लोगों की वेशभूषा एवं खान पान में भी अन्तर देखा जाता है।
(iii) दक्षिण-पूर्वी एशिया- इसके अंतर्गत म्यांमार, फिलीपीन, थाइलैंड, लाओस, कम्बोडिया, मलेशिया, सिंगापुर, पूर्वी तिमूर, ब्रूनेई और इंडोनेशिया आता है। दक्षिण-पूर्वी एशिया से यह प्रदेश इस्लाम और इसाई धर्म से बहुत अधिक प्रभावित है।
(iv) पश्चिम एशिया- यह क्षेत्र इस्लाम, ईसाई, जूडिज्म का ऐतिहासिक जन्म स्थल रहा है। यहाँ का खाना विविध और गरिष्ठ है। यहाँ का साहित्य भी बहुत धनी है।
(v) मध्य एशिया- इस प्रदेश में मुख्यतः पहले के सोवियत समाजवादी गणराज्य के पाँच प्रदेश सम्मिलित है कजाकिस्तान, खिर्गिस्तान , ताजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान।
मध्य एशिया का ऐतिहासिक महत्व सिल्क रूट के कारण बढ़ जाता है।
(vi) उत्तर एशिया- यह साइबेरिया का भौगोलिक क्षेत्र है। यहाँ प्रतिकूल स्थिति के कारण जनसंख्या विरल है। ट्रांस साइबेरियन रेलवे और खनन कार्यों से यहाँ पर आधुनिक जीवन शैली का प्रभाव पड़ा है।
4. एशिया के महत्वपूर्ण देशों की विशेषताएं लिखिए।
उत्तर- एशिया के महत्त्वपूर्ण देशों की विशेषताएँ:-
(i) पूर्वी एशिया- इसके अंतर्गत, चीन, जापान, उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया जैसे महत्वपूर्ण देश है। ऐतिहासिक रूप से इस सम्पूर्ण इलाके में चीन का प्रभाव रहा है। यहाँ बौद्ध धर्म और माओवाद की प्रभुता है।
(ii) दक्षिण एशिया- इस क्षेत्र के प्रमुख देश भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान एवं श्रीलंका है। यहाँ लोगों की वेशभूषा एवं खान पान में भी अन्तर देखा जाता है।
(iii) दक्षिण-पूर्वी एशिया- इसके अंतर्गत म्यांमार, फिलीपीन, थाइलैंड, लाओस, कम्बोडिया, मलेशिया, सिंगापुर, पूर्वी तिमूर, ब्रूनेई और इंडोनेशिया आता है। दक्षिण-पूर्वी एशिया से यह प्रदेश इस्लाम और इसाई धर्म से बहुत अधिक प्रभावित है।
(iv) पश्चिम एशिया- यह क्षेत्र इस्लाम, ईसाई, जूडिज्म का ऐतिहासिक जन्म स्थल रहा है। यहाँ का खाना विविध और गरिष्ठ है। यहाँ का साहित्य भी बहुत धनी है।
(v) मध्य एशिया- इस प्रदेश में मुख्यतः पहले के सोवियत समाजवादी गणराज्य के पाँच प्रदेश सम्मिलित है कजाकिस्तान, खिर्गिस्तान , ताजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान।
मध्य एशिया का ऐतिहासिक महत्व सिल्क रूट के कारण बढ़ जाता है।
(vi) उत्तर एशिया- यह साइबेरिया का भौगोलिक क्षेत्र है। यहाँ प्रतिकूल स्थिति के कारण जनसंख्या विरल है। ट्रांस साइबेरियन रेलवे और खनन कार्यों से यहाँ पर आधुनिक जीवन शैली का प्रभाव पड़ा है।
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- इकाई-2. अध्याय 2 भारतीय कृषि
- इकाई-3. अध्याय 3. उद्योग
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- इकाई-3. अध्याय 3.3 (ग) सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग
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- इकाई-7. अध्याय 7. भौगोलिक आँकड़ों का निरूपण