5. Biology (जीव विज्ञान)
5. Biology (जीव विज्ञान)
1. जीव विज्ञान का पिता तथा जन्तु विज्ञान का जनक कहा जाता है
⇒ अरस्तु को
2. वनस्पति विज्ञान का जनक माना जाता है
⇒ थियोफ्रेस्टस को
3. चिकित्सा विज्ञान का जनक माना जाता है
⇒ हिप्पोक्रेटस को
4. जीव-विज्ञान शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किया था
⇒ लैमार्क (फ्रांस) एवं ट्रेविरेनस (जर्मनी) ने 1801 ई० में
5. कोशिका की खोज किया था
⇒ रार्बटहुक ने (1665 में)
6. कोशिका सिद्धांत का प्रतिपादन किया था
⇒ श्लाइडेन तथा श्वान ने
7. मनुष्य के शरीर में सबसे बड़ी कोशिका है
⇒ तंत्रिका कोशिका
8. शरीर का सबसे बड़ा अंग है
⇒ त्वचा
9. क्रोमोजोम का नामकरण किया था
⇒ वाल्डेयर ने
10. आत्म हत्या की थैली कहा जाता है
⇒ लाइसोसोम को (खोज- डी डुबे ने)
11. R.N.A. का मुख्य कार्य होता है
⇒ प्रोटीन का संश्लेषण
12. कोशिका का ‘पावर हाउस’ कहा जाता है
⇒ माइटोकॉण्डिया को
13. कोशिका का ईंधन कहा जाता है
⇒ कार्बोहाइड्रेट (ग्लूकोज) को
14. प्रोटीन संश्लेषण की क्रिया होती है
⇒ राइबोसोम पर
15. केन्द्रक (Nucleus) की खोज की थी
⇒ राबर्ट ब्राउन ने
16. DNA का डबल हेलिक्स मॉडल को बनाया था
⇒ वाट्सन एवं क्रिक ने (1953 ई. में)
17. क्रोमोसोम (गुण सूत्र) बना होता है
⇒ DNA एवं प्रोटीन का
18. मनुष्य में क्रोमोसोम पाये जाते है
⇒ 46 (23 जोड़े)
19. मानव त्वचा की ऊपरी परत कहलाती है
⇒ एपिडर्मिस
20. उत्तकों का अध्ययन किया जाता है
⇒ हिस्टोलॉजी के अन्तर्गत
21.- मानव का वैज्ञानिक नाम है
⇒ होमोसेपियन्स
22. शरीर में भोजन का पाचन प्रारंभ होता है
⇒ मुँह से
23. पचे हुए भोजन का अवशोषण होता है
⇒ छोटी आँत में
24. लार में मुख्य रूप से पाया जाने वाला एन्जाइम है
⇒ टायलिन
25. मनुष्य में प्रतिदिन लार स्रावित होता है
⇒ 1.5 लीटर (प्रकृति क्षारीय)
26. लार का pH मान होता है
⇒ 6.5 (अम्लीय)
27. रक्त को फाड़ने या थक्का बनाने का कार्य करता है
⇒ रेनिन
28 . पित्त (Bile) का निर्माण होता है
⇒ यकृत (Liver) द्वारा
29. मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है
⇒ यकृत (Liver)
30. मानव शरीर की दूसरी सबसे बड़ी ग्रंथि है
⇒ अग्नाशय (पैंक्रियाज)
31. वसा को पचाने में सहायक होता है
⇒ लाइपेज
32. प्रोटीन का पाचन एवं प्रोटीन को अमीनो अम्ल में बदल देता है
⇒ ट्रिप्सिन
33. शर्करा को ग्लूकोच में बदलता है
⇒ माल्टोज
34. मल में दुर्गंध होता है
⇒ इन्डोल तथा स्कैटोल नामक अमीनो अम्ल के कारण
35. इंसुलिन की खोज की थी
⇒ वैटिंग एवं वेस्ट ने (1921 ई० में)
36. रूधिर (Blood) में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है
⇒ इंसुलिन
37 . मृत R.B. C. को नष्ट किया जाता है
⇒ यकृत के द्वारा
38. शरीर के अन्दर रक्त को जमने से रोकता है
⇒ हिपैरीन
39. शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है
⇒ कार्बोहाइड्रेट
40. प्रोटीन का सबसे पहले प्रयोग किया था
⇒ जे. बर्जेल्यिस ने
41. प्रोटीन बना होता है
⇒ 20 अमीनो अम्ल से मिलकर
42. बच्चों में ‘क्वाशियोकर’ तथा ‘मरासमश’ की बीमारी होता है
⇒ प्रोटीन की कमी के कारण
43. मनुष्य के शरीर को आवश्यकता होती है
⇒ 20 प्रकार की प्रोटीन की
44. एक ग्राम वसा से ऊर्जा उत्पन्न होती है
⇒ 9.3 किलो कैलोरी
45.’विटामिन’ की खोज किया था
⇒ फंक ने (1911 ई. में)
46. विटामिन A तथा B की खोज की थी
⇒ मैकुलन ने
47. विटामिन C तथा D की खोज की थी
⇒ क्रमशः होल्कट एवं हॉपकिन्स ने
48. जल में घुलनशील विटामिन है
⇒ B तथा C
49. वसा में घुलनशील विटामिन है
⇒ A, D, E तथा K
50. शरीर में जल का भार होता है
⇒ 65-80%
51. एक स्वस्थ्य मनुष्य को प्रतिदिन पानी पीना चाहिए
⇒ 4-5 लीटर
52. हड्डियों और दाँतो को स्वस्थ्य रखने में सहायक अकार्बनिक पदार्थ है
⇒ फ्लुओरीन
53. अस्थियों एवं दाँतों के निर्माण में सहायक होता है
⇒ कैल्सियम तथा फॉस्फोरस
54. रक्त में हीमोग्लोबीन बनाने में सहायता करता है
⇒ लोहा
55. लोहा की कमी से होने वाला रोग है
⇒ एनीमिया (अरक्तता)
56. आयोडीन की कमी से होने वाला रोग है
⇒ ग्वाइटर (घेंघा रोग)
57. विटामिन A का रासायनिक नाम है
⇒ रेटिनॉल (स्रोत- अण्डा, गाजर, दूध)
58. विटामिन A की कमी से होने वाला रोग है
⇒ रतौंधी
59. बेरी-बेरी नाम रोग होता है
⇒ विटामिन B की कमी से
60. विटामिन B का रासायनिक नाम है
⇒ थायमिन (स्रोत – खमीर, मांस, अंडा)
61. विटामिन C का रासायनिक नाम है
⇒ एस्कार्बिक एसिड (स्रोत- आँवला, नींबू, संतरा)
62. विटामिन C की कमी से होने वाला रोग है
⇒ स्कर्वी
63. विटामिन D का रासायनिक नाम है
⇒ कैल्सीफेरॉल (स्रोत सूर्य का प्रकाश)
64. रिकेट्स (सुखा रोग) नामक बिमारी होती है
⇒ विटामिन D की कमी से
65. जनन क्षमता में कमी तथा मांसपेशिया कमजोर हो जाती है
⇒ विटामिन E के कमी के कारण
66. विटामिन E का रासायनिक नाम है
⇒ टेकोफेरॉल
67. रक्त थक्का नहीं बनता है
⇒ विटामिन K के कारण (नेप्थोक्वीनोन)
68. रक्त परिसंचरण तंत्र की खोज किया था
⇒ विलियम हार्वे ने (1928 ई. में)
69. R.B.C. के निर्माण में सहायक तथा ‘कोबाल्ट’ पाया जाता
⇒ विटामिन B12 (साइनोकोबाल्मिन) में
70. मनुष्य के हृदय का सामान्य स्पंदन (धड़कन) गति है
⇒ 72 बार प्रति मिनट
71. स्वस्थ्य मनुष्य का श्वसन दर होता है
⇒ 16 से 18 बार प्रति मिनट
72. मनुष्य एक दिन में श्वसन करता है
⇒ 2200 बार (1600 kg वायु)
73. मानव शरीर में सामान्य रक्त दाब होता है
⇒ 120/80
74. रक्तचाप मापने वाला यंत्र है
⇒ स्फिग्मोमैनोमीटर
75. एक स्वस्थ्य व्यक्ति में रक्त की मात्रा होती है
⇒ 5-6 लीटर
76. रक्त को थक्का बनने या जमने में सहायक होता है
⇒ फाइब्रोनोजीन
77. रक्त का रंग लाल होता है
⇒ हीमोग्लोबीन के कारण
78. लाल रक्त कण (RBC) का जीवन काल होता है
⇒ 120 दिन
79. लाल रक्त कण का निर्माण होता है
⇒ अस्थिमज्जा में
80. श्वेत रक्त कण (WBC) का निर्माण होता है
⇒ अस्थिमज्जा, लिम्फनोड, यकृत एवं प्लीहा में
81. श्वेत रक्त कण (ल्यूकोसाइट) का जीवन काल होता है
⇒ 1 से 4 दिन
82. WBC का मुख्य कार्य है
⇒ शरीर को रोगों के संक्रमण से बचाना
83. RBC का मुख्य कार्य है
⇒ शरीर की हर कोशिका में ऑक्सीजन को पहुंचाना
84. WBC का निर्माण एवं RBC का विनाश होता है
⇒ प्लीहा (Spleen) में
85. लाल रक्त कणिकाओं का कब्रगाह कहा जाता है
⇒ प्लीहा (Spleen) को
86. रक्त समूह की खोज की थी
⇒ लैंडस्टीनर ने (1902 ई. में)
87. रक्त का pH मान होता है
⇒ 7.4 (प्रकृति क्षारीय)
88. सर्वदाता रूधिर वर्ग (Universal Doner) कहा जाता है
⇒ रक्त समूह ‘O’ को
89. सर्वग्राही रूधिर वर्ग (Universal Recipient) कहा जाता है
⇒ रक्त समूह ‘AB’ को
90. रक्त के शुद्धिकरण का कार्य करता है
⇒ फेफड़ा (Lungs)
91. मूत्र का रंग पीला होता है
⇒ यूरोक्रोम के कारण
92. थॉयरायड ग्रंथि (अवटु ग्रंथि) पाया जाता है
⇒ गला में
93. सभी मानसिक क्रियाओं (चेतना, यादाश्त, विवेक, बुद्धि) का नियंत्रण करता
⇒ प्रमस्तिष्क या सेरिब्रम (मस्तिष्क के अगले भाग में)
94. शरीर के सामान्य ऐच्छिक क्रियाओं (चलना, घुमना, बोलना) का नियंत्रण करता है
⇒ अनुमस्तिष्क या सेरिबेलम
95. मनुष्य के शरीर में हड़ियों की कुल संख्या होती है
⇒ 206
96. मनुष्य की खोपड़ी में हड़ियाँ पाई जाती है
⇒ 8
97. शरीर की सबसे लम्बी अस्थि है
⇒ फीमर या उरू अस्थि
98. शरीर की सबसे छोटी हड्डी है
⇒ स्टेप्स (कान के पास)
99. शरीर में सबसे मजबूत हड्डी होता है
⇒ जबड़ा का
100. मानव शरीर की सबसे छोटी ग्रंथि है
⇒ पिट्यूटरी ग्रंथि (मास्टर ग्रंथि)
101. इन्सुलिन का स्रवण होता है
⇒ लैंगर हैंस की द्वीपिका के B-कोशिका द्वारा
102. टिबिया नामक हड्डी पाई जाती है
⇒ पैर में
103. शरीर के ताप को नियंत्रित करता है
⇒ हाइपोथैलमस ग्रंथि
104. लाल रक्त का निर्माण भ्रूण अवस्था में होता है
⇒ यकृत और प्लीहा में
105. मस्तिष्क का वजन होता है
⇒ 1350 ग्राम
106. ट्रेकोमा, एस्टिगमेटिज्म (अबिंदुकता तथा मोतियाबिन्द से प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ आँख
107. पीलिया या हेपैटाइटिस रोग से प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ यकृत
108. विषाणु (Virus) के कारण उत्पन्न होने वाला रोग है
⇒ ट्रेकोमा, पोलियो, चेचक, खसरा, इन्फ्लुएंजा
109. पायरिया, मलेरिया, कालाजार तथा पेचिस की बीमारी होती है
⇒ परजीवी (Protozoa) के कारण
110. टिटनेस, हैजा, टाइफाइड, निमोनिया, डिप्थीरिया, तपेदिक या क्षय रोग होता है
⇒ जीवाणु (Bacteria) के कारण
111. मेनिनजाइटिस रोग से प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ मस्तिष्क
112. टिटनेस, मिर्गी, कोढ़, रेबीज, पोलियों से प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ तंत्रिका तंत्र
113. लीची का खाने योग्य भाग होता है
⇒ एरिल
114. BCG का टीका लगाया जाता है
⇒ टी. बी. रोग से बचाव के लिए
115. DPT का टीका किस रोग से बचाव के लिए लगाया जाता है
⇒ डिप्थीरिया, टिटनेस तथा काली खाँसी
116. मलेरिया रोग से प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ RBC तथा तिल्ली
117. टाइफाइड, हैजा तथा पेचिस रोग से प्रभावित होने वला अंग है
⇒ आँत
118. सेब तथा नाशपाती का खाने योग्य भाग है
⇒ मांसल पुष्पासन
119. सबसे बड़ा तथा सबसे छोटा फूल है
⇒ क्रमश: रेफ्लेशिया तथा वुल्फिया
120. सबसे बड़ा बीज तथा सबसे छोटा बीज है
⇒ क्रमशः लोडोसिया तथा आर्किड
121. ब्रोंकाइटिस, कुकुर खाँसी तथा दमा के शरीर का प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ फेफड़ा
122. ग्वाईटर (गलसुआ) रोग से प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ थॉयराइड ग्रंथि
123. शुद्ध जल, समुद्र का जल तथा दूध का pH मान होता है
⇒ क्रमश: 7.0, 8.4 तथा 6.4
124. ‘चेचक का टीका’ की खोज की थी
⇒ एडवर्ड जेनर ने
125. पेनिसिलीन की खोज की थी
⇒ अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने
126. होम्योपैथी के अविष्कारक है
⇒ हैनिमेन
127. बैक्टीरिया की खोज की थी
⇒ ल्यूवेन हॉक ने
128. फूलों तथा फलों का अध्ययन कहलाता है
⇒ क्रमशः एन्थोलॉजी तथा पोमोलॉजी
129. कीट-पतंग तथा पक्षियों की अध्ययन कहलाता है
⇒ एन्टोमोलॉजी तथा ऑरनीथोलॉजी
130. गाय तथा भैंस का गर्भकाल होता है
⇒ क्रमश: 284 दिन तथा 300 दिन
131. तंत्रिका क्षेत्र की इकाई को कहते है
⇒ न्यूरॉन
132. गुर्दे का भार होता है
⇒ 150 ग्राम (लगभग)
133. मनुष्य के शरीर में मांस पेशियों की संख्या होती है
⇒ लगभग 639
134. शरीर का सबसे कठोर तत्व होता है
⇒ एनामिल (दाँतो के ऊपर)
135. स्वप्नों तथा सौंदर्य के अध्ययन को कहते हैं
⇒ क्रमशः ऑनीरोलॉजी तथा केलोलॉजी
136. मनुष्य में लिंग निर्धारण निर्भर होता है
⇒ पुरुष के क्रोमोसोम पर
137. शरीर में रक्त परिभ्रमण में समय लगता है
⇒ 23 सेकेण्ड
138. मरूस्थल में उगने वाला पौधा कहलाता है
⇒ जीरोफाइट्स
139. कोशिका का ‘उर्जा गृह’ कहा जाता है
⇒ माइटोकांड्रिया को
140. टमाटर के लाल रंग का कारण होता है
⇒ लाइकोपीन
141. ‘वृक्क’ की इकाई होती है
⇒ नेफ्रॉन
142. त्वचा रंग का कारण होता है
⇒ मिलैनीन पिंगमेंट
143. आंखों में बाहर से पड़ने वाले प्रकाश को नियंत्रित करता है
⇒ आइरिस
144. प्रदूषित जल पीने से प्रायः होता है
⇒ हैजा, पीलिया तथा टाइफाइड नामक रोग
145. एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिसिएन्सी सिन्ड्रोम) का वायरस होता है
⇒ HIV (ह्यूमन इम्यूनो वायरस)
145. शरीर में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता के कारण होता है
⇒ हृदय घात (Heartattack)
147. स्पांडिलाइटिस बिमारी (Spondylitis) बीमारी से शरीर का प्रभावित होने वाला अंग है
⇒ मेरूदंड
148. कीमोथेरापी (Chemotherapy) का उपयोग किया जाता है
⇒ कैंसर के इलाज में
149. डायबिटीज (मधुमेह) का कारण है
⇒ इंसुलिन की कमी
150. ‘एथलीट फुट’ नामक रोग होता है
⇒ Tenia Pedis नामक कवक (फंग्स) के कारण
151. मलेरिया रोग फैलता है
⇒ मादा एनोफलीज मच्छर द्वारा
152. SARS (सिबीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) है
⇒ एक वायरस जनित बीमारी
153 हाइड्रोफोबिया बीमारी होती है
⇒ कुत्ता के काटने से
154. हीमोफीलिया एक आनुवंशिक रोग है जिसका परिणाम है
⇒ रक्त का नहीं जमना
155. सेब तथा नाशपाती का खाने योग्य भाग है
⇒ मांसल पुष्पासन तथा गुद्देदार पुष्पासन
156. ‘नेचुरल सेलेक्शन’ (प्राकृतिक चुनाव) का सिद्धांत बनाया था
⇒ चार्ल्स डार्विन ने
157. आनुवंशिकता का जन्मदाता माना जाता है
⇒ ग्रेगरी मेण्डल को
158. मिट्टी के बिना पोधे को वृद्धि की प्रक्रिया कहलाती है
⇒ हाइड्रोपोनिक्स
159. सत्य फल (True Fruit) तथा असत्य फल (False Fruit) उत्पन्न होता है
⇒ क्रमशः अण्डाशय तथा बीजाण्ड से
160. RH- एक ऐन्टीजन है, जो पाया जाता है
⇒ लाल रूधिर कणिकाओं (RBC) पर
161. ‘नाइट्रोजन स्थिरीकरण’ के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया पाया जाता है
⇒ शिंबी पौधे के जड़ में
162. ‘यकृत में संचित’ तथा ‘मछली के लीवर’ तेल में पाया जाने वाला विटामिन है
⇒ विटामिन A
163. मनुष्य के मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग है
⇒ प्रमस्तिष्क (सेरेब्रम)
164. तत्काल ऊर्जा के लिए एक खिलाड़ी को दिया जाता है
⇒ कार्बोहाइड्रेट
165. प्रकाश संश्लेषण क्रिया में ऑक्सीजन गैस बाहर निकलती है
⇒ जल से
166. प्रकाश संश्लेषण के दौरान प्रकाश ऊर्जा रूपान्तरित होती है
⇒ रासायनिक ऊर्जा में
167. एड्स की बीमारी की जाँच के लिए किया जाता है
⇒ एलिसा (ELISA) टेस्ट
168. दान में प्रदाता की आँख से निकाला जाता है
⇒ कार्निया
169. दूध में नहीं पाया जाने वाला विटामिन है
⇒ विटामिन-C
170. पक्का आम में पाया जाता है
⇒ विटामिन A
171. शैवालों का अध्ययन कहलाता है
⇒ फाइकोलॉजी
172. प्रकाश संश्लेषण की दर सबसे अधिक तथा सबसे कम होता है
⇒ क्रमशः लाल प्रकश तथा बैंगनी प्रकाश में
173. राईजोबियम जीवाणु पाये जाते है
⇒ दलहन की जड़ में
174. तारपीन का तेल प्राप्त किया जाता है
⇒ चीड़ के वृक्षों से
विटामिन तथा उनके रासायनिक नाम
1. विटामिन : A
रासायनिक नाम : रेटिनॉल
कमी से रोग : रतौंधी
स्रोत : गाजर, दूध, अण्डा
2. विटामिन : B1
रासायनिक नाम : थायमिन
कमी से रोग : बेरी-बेरी
स्रोत : मुंगफली, आलू, सब्जीयाँ
3. विटामिन : B2
रासायनिक नाम : राइबोफ्लेबिन
कमी से रोग: त्वचा फटना, आँख का रोग
स्रोत: अण्डा, दूध, हरी सब्जियाँ
4. विटामिन : B3
रासायनिक नाम : पैण्टोथेनिक अम्ल
कमी से रोग : पैरों में जलन, बाल सफेद
स्रोत: मांस, दूध, टमाटर,
5. विटामिन : B5
रासायनिक नामः निकोटिनेमाइड (नियासिन)
कमी से रोगः मासिक विकार (पेलाग्रा)
स्रोत: मांस, मूंगफली, आलू
6. विटामिन : B6
रासायनिक नामः पाइरीडॉक्सिन
कमी से रोगः एनीमिया, त्वचा रोग
स्रोत: दूध, मांस, सब्जी
7. विटामिन : H/B7
रासायनिक नामः बायोटिन
कमी से रोगः बालों का गिरना, चर्म रोग
स्रोत : यीस्ट, गेहूँ, अण्डा
8. विटामिन : B12
रासायनिक नामः सायनोकोबालमिन
कमी से रोगः एनीमिया, पाण्डू रोग
स्रोत : मांस, कजेली, दूध
9. विटामिन : C
रासायनिक नामः एस्कार्बिक एसिड
कमी से रोगः स्कर्वी, मसूड़ों का फुलना
स्रोत: नींबू, संतरा, आँवला,
10. विटामिन : D
रासायनिक नामः कैल्सिफेरॉल
कमी से रोगः रिकेट्स
स्रोत: सूर्य का प्रकाश, दूध
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