Unique Geography Notes हिंदी में

Unique Geography Notes in Hindi (भूगोल नोट्स) वेबसाइट के माध्यम से दुनिया भर के उन छात्रों और अध्ययन प्रेमियों को काफी मदद मिलेगी, जिन्हें भूगोल के बारे में जानकारी और ज्ञान इकट्ठा करने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस वेबसाइट पर नियमित रूप से सभी प्रकार के नोट्स लगातार विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रकाशित करने का काम जारी है।

GENERAL COMPETITIONS

5. Biology (जीव विज्ञान)

5. Biology (जीव विज्ञान)



1. जीव विज्ञान का पिता तथा जन्तु विज्ञान का जनक कहा जाता है

⇒  अरस्तु को

2. वनस्पति विज्ञान का जनक माना जाता है

⇒ थियोफ्रेस्टस को

3. चिकित्सा विज्ञान का जनक माना जाता है

⇒ हिप्पोक्रेटस को

4. जीव-विज्ञान शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किया था

⇒ लैमार्क (फ्रांस) एवं ट्रेविरेनस (जर्मनी) ने 1801 ई० में

5. कोशिका की खोज किया था

⇒ रार्बटहुक ने (1665 में)

6. कोशिका सिद्धांत का प्रतिपादन किया था

⇒ श्लाइडेन तथा श्वान ने

7. मनुष्य के शरीर में सबसे बड़ी कोशिका है

⇒ तंत्रिका कोशिका

8. शरीर का सबसे बड़ा अंग है

⇒ त्वचा

9. क्रोमोजोम का नामकरण किया था

⇒ वाल्डेयर ने

10. आत्म हत्या की थैली कहा जाता है

⇒ लाइसोसोम को (खोज- डी डुबे ने)

11. R.N.A. का मुख्य कार्य होता है

⇒ प्रोटीन का संश्लेषण

12. कोशिका का ‘पावर हाउस’ कहा जाता है

⇒ माइटोकॉण्डिया को

13. कोशिका का ईंधन कहा जाता है

⇒ कार्बोहाइड्रेट (ग्लूकोज) को

14. प्रोटीन संश्लेषण की क्रिया होती है

⇒ राइबोसोम पर

15. केन्द्रक (Nucleus) की खोज की थी

⇒ राबर्ट ब्राउन ने

16. DNA का डबल हेलिक्स मॉडल को बनाया था

⇒ वाट्सन एवं क्रिक ने (1953 ई. में)

17. क्रोमोसोम (गुण सूत्र) बना होता है

⇒ DNA एवं प्रोटीन का

18. मनुष्य में क्रोमोसोम पाये जाते है

⇒ 46 (23 जोड़े)

19. मानव त्वचा की ऊपरी परत कहलाती है

⇒ एपिडर्मिस

20. उत्तकों का अध्ययन किया जाता है

⇒ हिस्टोलॉजी के अन्तर्गत

21.- मानव का वैज्ञानिक नाम है

⇒ होमोसेपियन्स

22. शरीर में भोजन का पाचन प्रारंभ होता है

⇒ मुँह से

23. पचे हुए भोजन का अवशोषण होता है

⇒ छोटी आँत में

24. लार में मुख्य रूप से पाया जाने वाला एन्जाइम है

⇒ टायलिन

25. मनुष्य में प्रतिदिन लार स्रावित होता है

⇒ 1.5 लीटर (प्रकृति क्षारीय)

26. लार का pH मान होता है

⇒ 6.5 (अम्लीय)

27. रक्त को फाड़ने या थक्का बनाने का कार्य करता है

⇒ रेनिन

28 . पित्त (Bile) का निर्माण होता है

⇒ यकृत (Liver) द्वारा

29. मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है

⇒ यकृत (Liver)

30. मानव शरीर की दूसरी सबसे बड़ी ग्रंथि है

⇒ अग्नाशय (पैंक्रियाज)

31. वसा को पचाने में सहायक होता है

⇒ लाइपेज

32. प्रोटीन का पाचन एवं प्रोटीन को अमीनो अम्ल में बदल देता है

⇒ ट्रिप्सिन

33. शर्करा को ग्लूकोच में बदलता है

⇒ माल्टोज

34. मल में दुर्गंध होता है

⇒ इन्डोल तथा स्कैटोल नामक अमीनो अम्ल के कारण

35. इंसुलिन की खोज की थी

⇒ वैटिंग एवं वेस्ट ने (1921 ई० में)

36. रूधिर (Blood) में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है

⇒ इंसुलिन

37 . मृत R.B. C. को नष्ट किया जाता है

⇒ यकृत के द्वारा

38. शरीर के अन्दर रक्त को जमने से रोकता है

⇒ हिपैरीन

39. शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है

⇒ कार्बोहाइड्रेट

40. प्रोटीन का सबसे पहले प्रयोग किया था

⇒ जे. बर्जेल्यिस ने

41. प्रोटीन बना होता है

⇒ 20 अमीनो अम्ल से मिलकर

42. बच्चों में ‘क्वाशियोकर’ तथा ‘मरासमश’ की बीमारी होता है

⇒ प्रोटीन की कमी के कारण

43. मनुष्य के शरीर को आवश्यकता होती है

⇒ 20 प्रकार की प्रोटीन की

44. एक ग्राम वसा से ऊर्जा उत्पन्न होती है

⇒ 9.3 किलो कैलोरी

45.’विटामिन’ की खोज किया था

⇒ फंक ने (1911 ई. में)

46. विटामिन A तथा B की खोज की थी

⇒ मैकुलन ने

47. विटामिन C तथा D की खोज की थी

⇒ क्रमशः होल्क एवं हॉपकिन्स ने

48. जल में घुलनशील विटामिन है

⇒ B तथा C

49. वसा में घुलनशील विटामिन है

⇒ A, D, E तथा K

50. शरीर में जल का भार होता है

⇒ 65-80%

51. एक स्वस्थ्य मनुष्य को प्रतिदिन पानी पीना चाहिए

⇒ 4-5 लीटर

52. हड्डियों और दाँतो को स्वस्थ्य रखने में सहायक अकार्बनिक पदार्थ है

⇒ फ्लुओरीन

53. अस्थियों एवं दाँतों के निर्माण में सहायक होता है

⇒ कैल्सियम तथा फॉस्फोरस

54. रक्त में हीमोग्लोबीन बनाने में सहायता करता है

⇒ लोहा

55. लोहा की कमी से होने वाला रोग है

⇒ एनीमिया (अरक्तता)

56. आयोडीन की कमी से होने वाला रोग है

⇒ ग्वाइटर (घेंघा रोग)

57. विटामिन A का रासायनिक नाम है

⇒ रेटिनॉल (स्रोत- अण्डा, गाजर, दूध)

58. विटामिन A की कमी से होने वाला रोग है

⇒ रतौंधी

59. बेरी-बेरी नाम रोग होता है

⇒ विटामिन B की कमी से

60. विटामिन B का रासायनिक नाम है

⇒ थायमिन (स्रोत – खमीर, मांस, अंडा)

61. विटामिन C का रासायनिक नाम है

⇒ एस्कार्बिक एसिड (स्रोत- आँवला, नींबू, संतरा)

62. विटामिन C की कमी से होने वाला रोग है

⇒ स्कर्वी

63. विटामिन D का रासायनिक नाम है

⇒ कैल्सीफेरॉल (स्रोत सूर्य का प्रकाश)

64. रिकेट्स (सुखा रोग) नामक बिमारी होती है

⇒ विटामिन D की कमी से

65. जनन क्षमता में कमी तथा मांसपेशिया कमजोर हो जाती है

⇒ विटामिन E के कमी के कारण

66. विटामिन E का रासायनिक नाम है

⇒ टेकोफेरॉल

67. रक्त थक्का नहीं बनता है

विटामिन K के कारण (नेप्थोक्वीनोन)

68. रक्त परिसंचरण तंत्र की खोज किया था

⇒ विलियम हार्वे ने (1928 ई. में)

69. R.B.C. के निर्माण में सहायक तथा ‘कोबाल्ट’ पाया जाता

⇒ विटामिन B12 (साइनोकोबाल्मिन) में

70. मनुष्य के हृदय का सामान्य स्पंदन (धड़कन) गति है

⇒ 72 बार प्रति मिनट

71. स्वस्थ्य मनुष्य का श्वसन दर होता है

⇒ 16 से 18 बार प्रति मिनट

72. मनुष्य एक दिन में श्वसन करता है

⇒ 2200 बार (1600 kg वायु)

73. मानव शरीर में सामान्य रक्त दाब होता है

⇒ 120/80

74. रक्तचाप मापने वाला यंत्र है

⇒ स्फिग्मोमैनोमीटर

75. एक स्वस्थ्य व्यक्ति में रक्त की मात्रा होती है

⇒ 5-6 लीटर

76. रक्त को थक्का बनने या जमने में सहायक होता है

⇒ फाइब्रोनोजीन

77. रक्त का रंग लाल होता है

⇒ हीमोग्लोबीन के कारण

78. लाल रक्त कण (RBC) का जीवन काल होता है

⇒ 120 दिन

79. लाल रक्त कण का निर्माण होता है

⇒ अस्थिमज्जा में

80. श्वेत रक्त कण (WBC) का निर्माण होता है

⇒ अस्थिमज्जा, लिम्फनोड, यकृत एवं प्लीहा में

81. श्वेत रक्त कण (ल्यूकोसाइट) का जीवन काल होता है

⇒ 1 से 4 दिन

82. WBC का मुख्य कार्य है

⇒ शरीर को रोगों के संक्रमण से बचाना

83. RBC का मुख्य कार्य है

⇒ शरीर की हर कोशिका में ऑक्सीजन को पहुंचाना

84. WBC का निर्माण एवं RBC का विनाश होता है

⇒ प्लीहा (Spleen) में

85. लाल रक्त कणिकाओं का कब्रगाह कहा जाता है

⇒ प्लीहा (Spleen) को

86. रक्त समूह की खोज की थी

⇒ लैंडस्टीनर ने (1902 ई. में)

87. रक्त का pH मान होता है

⇒ 7.4 (प्रकृति क्षारीय)

88. सर्वदाता रूधिर वर्ग (Universal Doner) कहा जाता है

⇒ रक्त समूह ‘O’ को

89. सर्वग्राही रूधिर वर्ग (Universal Recipient) कहा जाता है

⇒ रक्त समूह ‘AB’ को

90. रक्त के शुद्धिकरण का कार्य करता है

⇒ फेफड़ा (Lungs)

91. मूत्र का रंग पीला होता है

⇒ यूरोक्रोम के कारण

92. थॉयरायड ग्रंथि (अवटु ग्रंथि) पाया जाता है

⇒ गला में

93. सभी मानसिक क्रियाओं (चेतना, यादाश्त, विवेक, बुद्धि) का नियंत्रण करता

प्रमस्तिष्क या सेरिब्रम (मस्तिष्क के अगले भाग में)

94. शरीर के सामान्य ऐच्छिक क्रियाओं (चलना, घुमना, बोलना) का नियंत्रण करता है

अनुमस्तिष्क या सेरिबेलम

95. मनुष्य के शरीर में हड़ियों की कुल संख्या होती है

⇒ 206

96. मनुष्य की खोपड़ी में हड़ियाँ पाई जाती है

⇒ 8

97. शरीर की सबसे लम्बी अस्थि है

⇒ फीमर या उरू अस्थि

98. शरीर की सबसे छोटी हड्डी है

⇒ स्टेप्स (कान के पास)

99. शरीर में सबसे मजबूत हड्डी होता है

⇒ जबड़ा का

100. मानव शरीर की सबसे छोटी ग्रंथि है

⇒ पिट्यूटरी ग्रंथि (मास्टर ग्रंथि)

101. इन्सुलिन का स्रवण होता है

⇒ लैंगर हैंस की द्वीपिका के B-कोशिका द्वारा

102. टिबिया नामक हड्डी पाई जाती है

⇒ पैर में

103. शरीर के ताप को नियंत्रित करता है

⇒ हाइपोथैलमस ग्रंथि

104. लाल रक्त का निर्माण भ्रूण अवस्था में होता है

⇒ यकृत और प्लीहा में

105. मस्तिष्क का वजन होता है

⇒ 1350 ग्राम

106. ट्रेकोमा, एस्टिगमेटिज्म (अबिंदुकता तथा मोतियाबिन्द से प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ आँख

107. पीलिया या हेपैटाइटिस रोग से प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ यकृत

108. विषाणु (Virus) के कारण उत्पन्न होने वाला रोग है

⇒ ट्रेकोमा, पोलियो, चेचक, खसरा, इन्फ्लुएंजा

109. पायरिया, मलेरिया, कालाजार तथा पेचिस की बीमारी होती है

⇒ परजीवी (Protozoa) के कारण

110. टिटनेस, हैजा, टाइफाइड, निमोनिया, डिप्थीरिया, तपेदिक या क्षय रोग होता है

⇒ जीवाणु (Bacteria) के कारण

111. मेनिनजाइटिस रोग से प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ मस्तिष्क

112. टिटनेस, मिर्गी, कोढ़, रेबीज, पोलियों से प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ तंत्रिका तंत्र

113. लीची का खाने योग्य भाग होता है

⇒ एरिल

114. BCG का टीका लगाया जाता है

⇒ टी. बी. रोग से बचाव के लिए

115. DPT का टीका किस रोग से बचाव के लिए लगाया जाता है

⇒ डिप्थीरिया, टिटनेस तथा काली खाँसी

116. मलेरिया रोग से प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ RBC तथा तिल्ली

117. टाइफाइड, हैजा तथा पेचिस रोग से प्रभावित होने वला अंग है

⇒ आँत

118. सेब तथा नाशपाती का खाने योग्य भाग है

मांसल पुष्पासन

119. सबसे बड़ा तथा सबसे छोटा फूल है

⇒ क्रमश: रेफ्लेशिया तथा वुल्फिया

120. सबसे बड़ा बीज तथा सबसे छोटा बीज है

⇒ क्रमशः लोडोसिया तथा आर्किड

121. ब्रोंकाइटिस, कुकुर खाँसी तथा दमा के शरीर का प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ फेफड़ा

122. ग्वाईटर (गलसुआ) रोग से प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ थॉयराइड ग्रंथि

123. शुद्ध जल, समुद्र का जल तथा दूध का pH मान होता है

⇒ क्रमश: 7.0, 8.4 तथा 6.4

124. ‘चेचक का टीका’ की खोज की थी

⇒ एडवर्ड जेनर ने

125. पेनिसिलीन की खोज की थी

⇒ अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने

126. होम्योपैथी के अविष्कारक है

⇒ हैनिमेन

127. बैक्टीरिया की खोज की थी

⇒ ल्यूवेन हॉक ने

128. फूलों तथा फलों का अध्ययन कहलाता है

⇒ क्रमशः एन्थोलॉजी तथा पोमोलॉजी

129. कीट-पतंग तथा पक्षियों की अध्ययन कहलाता है

⇒ एन्टोमोलॉजी तथा ऑरनीथोलॉजी

130. गाय तथा भैंस का गर्भकाल होता है

⇒ क्रमश: 284 दिन तथा 300 दिन

131. तंत्रिका क्षेत्र की इकाई को कहते है

⇒ न्यूरॉन

132. गुर्दे का भार होता है

150 ग्राम (लगभग)

133. मनुष्य के शरीर में मांस पेशियों की संख्या होती है

⇒  लगभग 639 

134. शरीर का सबसे कठोर तत्व होता है

एनामिल (दाँतो के ऊपर)

135. स्वप्नों तथा सौंदर्य के अध्ययन को कहते हैं

⇒ क्रमशः ऑनीरोलॉजी तथा केलोलॉजी

136. मनुष्य में लिंग निर्धारण निर्भर होता है

पुरुष के क्रोमोसोम पर

137. शरीर में रक्त परिभ्रमण में समय लगता है

⇒ 23 सेकेण्ड

138. मरूस्थल में उगने वाला पौधा कहलाता है

⇒ जीरोफाइट्स

139. कोशिका का ‘उर्जा गृह’ कहा जाता है

⇒ माइटोकांड्रिया को

140. टमाटर के लाल रंग का कारण होता है

⇒ लाइकोपीन

141. ‘वृक्क’ की इकाई होती है

⇒ नेफ्रॉन

142. त्वचा रंग का कारण होता है

⇒ मिलैनीन पिंगमेंट

143. आंखों में बाहर से पड़ने वाले प्रकाश को नियंत्रित करता है

⇒ आइरिस

144. प्रदूषित जल पीने से प्रायः होता है

⇒ हैजा, पीलिया तथा टाइफाइड नामक रोग

145. एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिसिएन्सी सिन्ड्रोम) का वायरस होता है

⇒ HIV (ह्यूमन इम्यूनो वायरस)

145. शरीर में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता के कारण होता है

⇒ हृदय घात (Heartattack)

147. स्पांडिलाइटिस बिमारी (Spondylitis) बीमारी से शरीर का प्रभावित होने वाला अंग है

⇒ मेरूदंड

148. कीमोथेरापी (Chemotherapy) का उपयोग किया जाता है

⇒ कैंसर के इलाज में

149. डायबिटीज (मधुमेह) का कारण है

⇒ इंसुलिन की कमी

150. ‘एथलीट फुट’ नामक रोग होता है

⇒ Tenia Pedis नामक कवक (फंग्स) के कारण

151. मलेरिया रोग फैलता है

⇒ मादा एनोफलीज मच्छर द्वारा

152. SARS (सिबीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) है

⇒ एक वायरस जनित बीमारी

153 हाइड्रोफोबिया बीमारी होती है

⇒ कुत्ता के काटने से

154. हीमोफीलिया एक आनुवंशिक रोग है जिसका परिणाम है

⇒ रक्त का नहीं जमना

155. सेब तथा नाशपाती का खाने योग्य भाग है

⇒ मांसल पुष्पासन तथा गुद्देदार पुष्पासन

156. ‘नेचुरल सेलेक्शन’ (प्राकृतिक चुनाव) का सिद्धांत बनाया था

⇒ चार्ल्स डार्विन ने

157. आनुवंशिकता का जन्मदाता माना जाता है

⇒ ग्रेगरी मेण्डल को

158. मिट्टी के बिना पोधे को वृद्धि की प्रक्रिया कहलाती है

⇒ हाइड्रोपोनिक्स

159. सत्य फल (True Fruit) तथा असत्य फल (False Fruit) उत्पन्न होता है

⇒ क्रमशः अण्डाशय तथा बीजाण्ड से

160. RH- एक ऐन्टीजन है, जो पाया जाता है

⇒ लाल रूधिर कणिकाओं (RBC) पर

161. ‘नाइट्रोजन स्थिरीकरण’ के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया पाया जाता है

⇒ शिंबी पौधे के जड़ में

162. ‘यकृत में संचित’ तथा ‘मछली के लीवर’ तेल में पाया जाने वाला विटामिन है

⇒ विटामिन A

163. मनुष्य के मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग है

⇒ प्रमस्तिष्क (सेरेब्रम)

164. तत्काल ऊर्जा के लिए एक खिलाड़ी को दिया जाता है

⇒ कार्बोहाइड्रेट

165. प्रकाश संश्लेषण क्रिया में ऑक्सीजन गैस बाहर निकलती है

⇒ जल से

166. प्रकाश संश्लेषण के दौरान प्रकाश ऊर्जा रूपान्तरित होती है

⇒ रासायनिक ऊर्जा में

167. एड्स की बीमारी की जाँच के लिए किया जाता है

⇒ एलिसा (ELISA) टेस्ट

168. दान में प्रदाता की आँख से निकाला जाता है

⇒ कार्निया

169. दूध में नहीं पाया जाने वाला विटामिन है

⇒ विटामिन-C

170. पक्का आम में पाया जाता है

⇒ विटामिन A

171. शैवालों का अध्ययन कहलाता है

⇒ फाइकोलॉजी

172. प्रकाश संश्लेषण की दर सबसे अधिक तथा सबसे कम होता है

⇒ क्रमशः लाल प्रकश तथा बैंगनी प्रकाश में

173. राईजोबियम जीवाणु पाये जाते है

⇒ दलहन की जड़ में

174. तारपीन का तेल प्राप्त किया जाता है

⇒ चीड़ के वृक्षों से



विटामिन तथा उनके रासायनिक नाम

1. विटामिन : A

रासायनिक नाम : रेटिनॉल

कमी से रोग : रतौंधी

स्रोत : गाजर, दूध, अण्डा

2. विटामिन : B1

रासायनिक नाम : थायमिन

कमी से रोग : बेरी-बेरी

स्रोत : मुंगफली, आलू, सब्जीयाँ

3. विटामिन : B2

रासायनिक नाम : राइबोफ्लेबिन

कमी से रोग: त्वचा फटना, आँख का रोग

स्रोत: अण्डा, दूध, हरी सब्जियाँ

4. विटामिन : B3

रासायनिक नाम : पैण्टोथेनिक अम्ल

कमी से रोग : पैरों में जलन, बाल सफेद

स्रोत: मांस, दूध, टमाटर,

5. विटामिन : B5

रासायनिक नामः निकोटिनेमाइड (नियासिन)

कमी से रोगः मासिक विकार (पेलाग्रा)

स्रोत: मांस, मूंगफली, आलू

6. विटामिन : B6

रासायनिक नामः पाइरीडॉक्सिन

कमी से रोगः एनीमिया, त्वचा रोग

स्रोत: दूध, मांस, सब्जी

7. विटामिन : H/B7

रासायनिक नामः बायोटिन

कमी से रोगः बालों का गिरना, चर्म रोग

स्रोत : यीस्ट, गेहूँ, अण्डा

8. विटामिन : B12

रासायनिक नामः सायनोकोबालमिन

कमी से रोगः एनीमिया, पाण्डू रोग

स्रोत : मांस, कजेली, दूध

9. विटामिन : C

रासायनिक नामः एस्कार्बिक एसिड

कमी से रोगः स्कर्वी, मसूड़ों का फुलना

स्रोत: नींबू, संतरा, आँवला,

10. विटामिन : D

रासायनिक नामः कैल्सिफेरॉल

कमी से रोगः रिकेट्स

स्रोत: सूर्य का प्रकाश, दूध



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I ‘Dr. Amar Kumar’ am working as an Assistant Professor in The Department Of Geography in PPU, Patna (Bihar) India. I want to help the students and study lovers across the world who face difficulties to gather the information and knowledge about Geography. I think my latest UNIQUE GEOGRAPHY NOTES are more useful for them and I publish all types of notes regularly.

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