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NCERT CLASS 6

अध्याय 4 मानचित्र / NCERT CLASS 6 Geography Solutions (हिन्दी माध्यम)

 NCERT CLASS -6 Geography Solutions

(हिन्दी माध्यम)

अध्याय 4 मानचित्र

एनसीईआरटी के 6वीं कक्षा का भूगोल विषय का सम्पूर्ण प्रश्नोत्तर

सरल एवं आसान शब्दों में उत्तर देना सीखें



अध्याय 4 मानचित्र
1.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए। 
 
(i) मानचित्र के तीन घटक कौन-कौन से है?
उत्तर – मानचित्र के तीन घटक है : दूरी, दिशा और प्रतीक। 
(ii) प्रधान दिग्बिन्दु कौन-कौन से हैं?
उत्तर – चार मुख्य दिशाओं उत्तर, दक्षिण, पूर्व एवं पश्चिम को प्रधान दिग्बिन्दु कहे जाते हैं।
(iii) मानचित्र के पैमाने से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – स्थल पर वास्तविक दूरी तथा मानचित्र पर दिखाई गई दूरी के बीच के अनुपात को पैमाना कहा जाता है। अर्थात इससे कागज पर एक छोटी दूरी स्थल की बड़ी दूरी को व्यक्त करते है।
              उदाहरण के लिए यदि विद्यालय एवं घर के बीच की दूरी 10 किमी. है और जिसे मानचित्र पर 2 सेंमी. दूरी से व्यक्त किया गया है तो इसका अभिप्राय है कि मानचित्र का 1 सेंमी. स्थल के 5 किमी. को दर्शायेगा। अर्थात मानचित्र का पैमाना होगा, 1 सेंमी. = 5 किमी.
(iv) ग्लोब की अपेक्षा मानचित्र अधिक सहायक होते हैं, क्यों?
उत्तर – ग्लोब पृथ्वी का लघु रूप में एक वास्तविक प्रतिरूप है। ग्लोब विभिन्न आकार एवं प्रकार के हो सकते हैं- बड़े ग्लोब जो आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान नहीं ले जा सकते हैं। 
               
          ग्लोब में अध्ययन की कुछ सीमाएँ होती है। जब हम पूरी पृथ्वी का अध्ययन करना चाहते हैं तब ग्लोब हमारे लिए काफी उपयोगी साबित होता है। लेकिन जब हम पृथ्वी के केवल एक भाग जैसे- अपने देश, राज्यों, जिलों, शहरों तथा गाँवों के बारे में अध्ययन करना चाहते हैं तो यह हमारे लिए उतना उपयोगी साबित नहीं होता है। ऐसी स्थिति में हम मानचित्रों का उपयोग करते हैं।
         मानचित्र पृथ्वी की सतह या इसके एक भाग का पैमाने के माध्यम से चपटी सतह पर खींचा गया चित्र है। लेकिन एक गोलाकार सतह को पूरी तरह से चपटा करना असंभव है। यही कारण है कि ग्लोब की अपेक्षा मानचित्र अधिक सहायक होते हैं।
(v) मानचित्र एवं खाका के बीच अंतर बताएँ।
उत्तर – एक छोटे क्षेत्र का बड़े पैमाने पर खींचा गया रेखाचित्र खाका कहा जाता है। एक बड़े पैमाने वाले मानचित्र से हमें बहुत सी जानकारियाँ प्राप्त होती है लेकिन कुछ ऐसी चीजें होती है जिन्हें हम कभी-कभी जानना चाहते हैं। जैसे किसी कमरे की लंबाई एवं चौड़ाई जिसे मानचित्र में नहीं दिखाया जा सकता है। उस समय हम लोग बड़े पैमाने वाला एक रेखाचित्र खींच सकते हैं जिसे खाका कहा जाता है।
(vi) कौन-सा मानचित्र विस्तृत जानकारी प्रदान करता है?उत्तर – जब बड़े क्षेत्रफल वाले भागों जैसे महाद्वीप या देशों को कागज पर दिखाना होता है तब हम लोग छोटे पैमाने का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए मानचित्र पर 5 सेंमी. स्थल के 500 किमी. को दर्शाता है। इसको छोटे पैमाने वाला मानचित्र कहते है।
      जब एक छोटे क्षेत्रफल वाले भाग जैसे कोई  गाँव या शहर को कागज पर दिखाना होता है तब हम बड़े पैमाने का उपयोग करते हैं जैसे स्थल पर 500 मीटर की दूरी को मानचित्र पर मात्र 5  सेंमी. से दर्शाया जाता है। इस प्रकार के मानचित्र को बड़े पैमाने वाला मानचित्र कहते हैं।
      इस प्रकार स्पष्ट है कि बड़े पैमाने वाले मानचित्र छोटे पैमाने वाले मानचित्र की अपेक्षा अधिक जानकारी प्रदान करते हैं।
(vii) प्रतीक किस प्रकार मानचित्रो के अध्ययन में सहायक होते हैं?
उत्तर – प्रतीक किसी भी मानचित्र का तीसरा प्रमुख घटक है। किसी भी मानचित्र पर वास्तविक आकार एवं प्रकार में विभिन्न आकृतियों; जैसे- भवनों, सड़कों, पुलों, वृक्षों, रेल की पटरियों या कुएँ को दिखाना संभव नहीं होता है। इसलिए यह निश्चित अक्षरों, छायाओं, रंगो, चित्रों तथा रेखाओं का उपयोग करके दर्शाए जाते हैं। यह प्रतीत कम स्थान में अधिक जानकारी प्रदान करते हैं। इन प्रतीकों के इस्तेमाल के द्वारा मानचित्र को आसानी से खींचा जा सकता है तथा इनका अध्ययन करना आसान होता है। इन प्रतीकों के उपयोग के संबंध में एक अंतरराष्ट्रीय सहमति भी है।
 
         विभिन्न रंगों का उपयोग भी उसी उद्देश्य किया जाता है। उदाहरण के लिए सामान्यतः नीले रंग का इस्तेमाल जलाशयों और भूरा रंग पर्वतों, पीला रंग पठारों और हरा रंग मैदानों को दर्शाने के लिए किया जाता है।
 
 2. सही उत्तर चिन्हित (√) कीजिए।
 
(i) वृक्षों के वितरण को दिखाने वाले मानचित्र है –
क. भौतिक मानचित्र
ख. थिमैटिक मानचित्र
ग. राजनीतिक मानचित्र
उत्तर – ख. थिमैटिक मानचित्र 
 
(ii) नीले रंग का इस्तेमाल किसे दिखाने में किया जाता है-
क. जलाशयों
ख. पर्वतों
ग. मैदानों
उत्तर – क. जलाशयों 
 
(iii) दिक्सूचक का उपयोग किया जाता है –
क. प्रतीकों को दिखाने के लिए
ख. मुख्य दिशा का पता लगाने के
ग. दूरी मापने के लिए
उत्तर – ख. मुख्य दिशा का पता लगाने के
 
 (iv) पैमाना आवश्यक है-
क. मानचित्र के लिए
ख. रेखाचित्र के लिए
ग. प्रतीकों के लिए

उत्त – क. मानचित्र के लिए


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I ‘Dr. Amar Kumar’ am working as an Assistant Professor in The Department Of Geography in PPU, Patna (Bihar) India. I want to help the students and study lovers across the world who face difficulties to gather the information and knowledge about Geography. I think my latest UNIQUE GEOGRAPHY NOTES are more useful for them and I publish all types of notes regularly.

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