CLIMATOLOGY(जलवायु विज्ञान)
23. एलनिनो (El Nino) एवं ला निना (La Nina) क्या है? एलनिनो (El Nino) एवं ला निना (La Nina) एल निनो एक स्पेनिश शब्द है जिसका अर्थ है नवजात ईसा मसीह (Child Christ)। यह नाम…
GEOGRAPHICAL THOUGHT(भौगोलिक चिंतन)
19. अरब भूगोलवेत्ताओं का योगदान (Contribution by Arab scholars) अरब भूगोलवेत्ताओं का योगदान 700 A. D. से 1100 A. D. तक का समय अरबी भूगोलवेत्ताओं का समय माना जाता है। इस समय जबकि यूरोपीय ईसाई…
GEOGRAPHICAL THOUGHT(भौगोलिक चिंतन)
18. प्राचीन भारत में भौगोलिक विचारों का विकास प्राचीन भारत में भौगोलिक विचारों का विकास प्राचीन भारत की कई हजार वर्ष ईसा पूर्व की संस्कृति व नगरीय निर्माण कला के अवशेष देखकर आज विकसित…
GEOGRAPHICAL THOUGHT(भौगोलिक चिंतन)
17. 19वीं शताब्दी के दौरान भूगोल का विकास 19वीं शताब्दी के दौरान भूगोल का विकास वर्तमान समय में भूगोल का जो वैज्ञानिक स्वरूप उभर कर सामने आया है, वह वस्तुतः उन्नीसवीं शताब्दी की ही देन…
GEOMORPHOLOGY (भू-आकृति विज्ञान)
24. पेंक का अपरदन चक्र सिद्धांत पेंक का अपरदन चक्र सिद्धांत बाल्टर पेंक प्रमुख भू-आकृतिक जर्मन वैज्ञानिक थे। उन्होंने डेविस के अपरदन चक्र सिद्धांत के आलोचना के क्रम में अपरदन चक्र का वैकल्पिक मॉडल प्रस्तुत किया…
GEOMORPHOLOGY (भू-आकृति विज्ञान)
23. डेविस और पेंक के अपरदन चक्र सिद्धांत का तुलनात्मक अध्ययन करें। डेविस और पेंक के अपरदन चक्र सिद्धांत का तुलनात्मक अध्ययन अमेरिकी भूगोलवेता डेविस की और जर्मन भूगोलवेता बाल्टर पेंक को “आधुनिक स्थलाकृति विज्ञान” का जन्मदाता माना…
GEOMORPHOLOGY (भू-आकृति विज्ञान)
“भूदृश्य संरचना, प्रक्रिया और अवस्था का फलन है।” का व्याख्या करें। “भूदृश्य संरचना, प्रक्रिया और अवस्था का फलन है।” अमेरिकी भूगोलवेता डेविस ने 1889 ई० में “अपरदन चक्र का सिद्धांत” प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने भूदृश्य…
GEOMORPHOLOGY (भू-आकृति विज्ञान)
21. बहुचक्रीय स्थलाकृति (Poly or Multi Cycle Topography) बहुचक्रीय स्थलाकृति बहुचक्रीय स्थलाकृति को पुनर्युवनित भूआकृति या नवोन्मेष के नाम से जानते हैं। इस शब्द का प्रथम प्रयोग डेविस महोदय ने किया था। प्रारंभ में उन्होंने एक चक्रीय अपरदन…
GEOMORPHOLOGY (भू-आकृति विज्ञान)
20. समप्राय मैदान (Peneplain) समप्राय मैदान (Peneplain)⇒ समप्राय मैदान (Peneplain) शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम अमेरिकी भूगोलवेत्ता डेविस ने किया था। उन्होंने बताया कि आर्द्र प्रदेश में बहता हुआ जल अपरदन का प्रमुख दूत होता है।…
Remote Sensing and GIS
The application of G.P.S. (जी.पी.एस. के उपयोग) The application of G.P.S. (जी.पी.एस. के उपयोग)⇒ विश्व स्थिति प्रणाली एक बहु-उद्देश्यीय प्रणाली है। यह तकनीक आर्थिक रूप से मितव्ययी तथा स्थिति निर्धारण में दुरुस्त है। इसमें अन्य विषय को…
Remote Sensing and GIS
10. Projection / प्रक्षेप Projection / प्रक्षेप ⇒ गोलाकार पृथ्वी (Spherical Earth) के किसी भूभाग को समतल सतह पर ज्यामितीय विधियों के द्वारा प्रदर्शित करने की विधि को प्रक्षेप कहते हैं। वृहत मापनी पर…
Remote Sensing and GIS
14. भू-सन्दर्भ (The Geo-Referencing System) भू-सन्दर्भ⇒ धरातलीय सूचनाओं को नियंत्रित रूप से संचालित करने की नितान्त आवश्यकत होती है जिससे धरातलीय दूरियाँ, बसाव स्थिति एवं दिशा एक-दूसरे से सम्बन्धित रह सके। इसके लिए धरातलीय सन्दर्भ…