17. Nearest Neighbor Analysis (निकटतम पड़ोसी विश्लेषण)
Nearest Neighbor Analysis
(निकटतम पड़ोसी विश्लेषण)
परिचय
निकटतम पड़ोसी विश्लेषण (Nearest Neighbor Analysis) एक प्रकार की स्थानिक सांख्यिकीय तकनीक है जिसका उपयोग भौगोलिक प्रतिरूप, वितरण और दूरी के अध्ययन के लिए किया जाता है।
यह विश्लेषण बताता है कि किसी वस्तु (जैसे कि शहर, पौधे, जीव, अपराध स्थल आदि) का वितरण सांख्यिकीय रूप से समूहित (Clustered), यादृच्छिक (Random) या समान (Regular/Uniform) रूप से फैलाव वाला है या नहीं।
भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) और स्थानिक आंकड़ों के अध्ययन में यह तकनीक अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह स्थानिक संरचना और प्रतिरूप का वैज्ञानिक मूल्यांकन करने में मदद करती है।
उद्देश्य
निकटतम पड़ोसी विश्लेषण के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
(i) किसी वस्तु का स्थानिक वितरण पैटर्न पहचानना।
(ii) यह जांचना कि क्या वितरण यादृच्छिक, समूहित या समान रूप से फैला है।
(iii) शहरी और ग्रामीण योजना में केंद्रों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करना।
(iv) आर्थिक और पर्यावरणीय अध्ययन में प्राकृतिक संसाधनों के वितरण का विश्लेषण।
(v) आपदा प्रबंधन और आपूर्ति श्रृंखला योजना में उपयोग।
सिद्धांत
निकटतम पड़ोसी विश्लेषण निम्नलिखित आधार पर कार्य करता है:
⇒ प्रत्येक बिंदु के लिए सबसे नजदीकी पड़ोसी की दूरी मापी जाती है।
⇒ इन दूरी का औसत लिया जाता है।
⇒ इसे यादृच्छिक वितरण से तुलना की जाती है।
⇒ यदि बिंदु बहुत पास-पास हैं तो सामूहिक (Clustered)
⇒ यदि बिंदु असमान हैं तो यादृच्छिक (Random)
⇒ यदि बिंदु एक समान रूप से फैले हैं तो समान (Regular/Uniform)
मुख्य सूत्र:
Rn (Randomness Index) अनुपात निकालना:

उपयोग
(i) शहरी योजना: विद्यालय, अस्पताल, बस स्टॉप आदि का स्थानिक वितरण समझने के लिए।
(ii) पर्यावरण अध्ययन: पौधों और जीवों का वितरण।
(iii) अपराध भूगोल: अपराध स्थलों का क्लस्टरिंग पैटर्न पहचानना।
(iv) संसाधन प्रबंधन: जल स्रोत, खनिज आदि का स्थानिक विश्लेषण।
(v) सामाजिक अध्ययन: बाजार, बैंक या अन्य सेवाओं का वितरण।
निष्कर्ष:
निकटतम पड़ोसी विश्लेषण एक सरल परंतु शक्तिशाली तकनीक है, जो स्थानिक वितरण पैटर्न को समझने और मूल्यांकन करने में मदद करती है। यह शहरी, पर्यावरणीय, आर्थिक और सामाजिक अध्ययन में अत्यंत उपयोगी है। सही डेटा और सॉफ्टवेयर टूल के साथ, यह यादृच्छिक, समूहित और समान वितरण को स्पष्ट रूप से पहचान सकता है और नीति निर्माण और योजना में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

